लुई एल. हे ने अपनी आत्म-सुधार पुस्तक 'यू कैन हील योर लाइफ' में इस बात पर जोर दिया है कि मानव मन और शरीर आपस में कैसे जुड़े हुए हैं। आप एक के साथ कैसा व्यवहार करते हैं, दूसरे पर प्रभाव छोड़ता है।
पुस्तक मनुष्यों की शारीरिक समस्याओं के अगली पीढ़ी के समाधानों की पड़ताल करती है; इसका मानना है कि आध्यात्मिकता बाहरी कारकों की सहायता के बिना मानव रोगों को हल करने में सक्षम होगी।