“ओ रे परिन्दे, तोड़ के फन्दे उड़ जा...."

Ek Geet Sau Afsane

08-11-2022 • 43 mins

शोध व आलेख : सुजॉय चटर्जी

स्वर : श्वेता पाण्डेय

प्रस्तुति : संज्ञा टण्डन

नमस्कार दोस्तों, ’एक गीत सौ अफ़साने’ की एक और कड़ी के साथ हम फिर हाज़िर हैं। फ़िल्म-संगीत की रचना प्रक्रिया और विभिन्न पहलुओं से  सम्बन्धित रोचक प्रसंगों, दिलचस्प क़िस्सों और यादगार घटनाओं को समेटता है ’रेडियो प्लेबैक इण्डिया’ का यह साप्ताहिक स्तम्भ। विश्वसनीय सूत्रों से प्राप्त जानकारियों और हमारे शोधकार्ताओं के निरन्तर खोज-बीन से इकट्ठा किए तथ्यों से परिपूर्ण है ’एक गीत सौ अफ़साने’ की यह श्रॄंखला। आज के अंक के लिए हमने चुना है वर्ष 2022 की फ़िल्म ’अन्य’ का गीत "ओ रे परिन्दे"। सलमान अली और उर्मिला वर्मा की आवाज़ें, सजीव सारथी का गीत, और रामनाथ का संगीत। शुरू-शुरू में निर्देशक सिम्मी जॉसेफ़ इस सिचुएशन के लिए विपिन पटवा से गीत क्यों बनवाना चाहते थे? दस साल पहले लिखा यह गीत कैसे आ गिरा फ़िल्म ’अन्य’ की झोली में? सलमान अली के गाने के बावजूद गायक अरविन्द तिवारी का क्या सम्बन्ध है इस गीत के साथ? गीत में केवल एक पंक्ति के लिए गायिका उर्मिला वर्मा की आवाज़ क्यों ली गई? ये सब आज के इस अंक में।