EK TARFA MOHABBAT

DHADKANE MERI SUN

15-06-2024 • 17 mins

मेरी सांसों में रहती है

मगर आँखों से बहती है
मैं तुझ बिन जी नहीं सकता
धड़कने मेरी कहती हैं
जो मिल जायेंगे मैं और तुम
ज़मी जन्नत बनाऊंगा
अमीरी हो या फकीरी हो
सभी नखरे उठाऊंगा
ज़माने भर की हर रौनक
तेरे कदमो में लगाऊंगा
कहेंगे लोग पागल जो
गुज़र हद से भी जाऊँगा
मरे सीने से लग के बस
इतना सा ही कह दे तू
मैं तेरी हूँ
मै तेरी हूँ
मैं तेरी हूँ..........