“मैं दुनिया भुला दूंगा तेरी चाहत में...."

Ek Geet Sau Afsane

23-08-2022 • 19 mins

शोध व आलेख : सुजॉय चटर्जी

वाचन : सुशील पी

प्रस्तुति : संज्ञा टण्डन

नमस्कार दोस्तों, ’एक गीत सौ अफ़साने’ की एक और कड़ी के साथ हम फिर हाज़िर हैं। फ़िल्म-संगीत की रचना प्रक्रिया और विभिन्न पहलुओं से सम्बन्धित रोचक प्रसंगों, दिलचस्प क़िस्सों और यादगार घटनाओं को समेटता है ’रेडियो प्लेबैक इण्डिया’ का यह साप्ताहिक स्तम्भ। विश्वसनीय सूत्रों से प्राप्त जानकारियों और हमारे शोधकार्ताओं के निरन्तर खोज-बीन से इकट्ठा किए तथ्यों से परिपूर्ण है ’एक गीत सौ अफ़साने’ की यह श्रॄंखला। आज के अंक के लिए हमने चुना है वर्ष1990 की चर्चित फ़िल्म ’आशिक़ी’ का गीत "मैं दुनिया भुला दूंगा तेरी चाहत में"। अनुराधा पौडवाल और कुमार सानू की आवाज़ें, समीर के बोल, और नदीम-श्रवण का संगीत। क्या रिश्ता है’चाहत’ ऐल्बम और ’आशिक़ी’ फ़िल्म का? कैसे बनी गुल्शन कुमार, अनुराधा पौडवाल, कुमार सानू, समीर और नदीम-श्रवण की टीम आशिक़ी? कैसे बने इस फ़िल्म के गीत? फ़िल्म के सभी गाने एक से बढ़ कर एक हैं, पर फिर भी क्यों ख़ास है "मैं दुनिया भुला दूंगा" गीत? ये सब आज के इस अंक में।