आलेख : सुजॉय चटर्जी
स्वर : प्रज्ञा मिश्रा
प्रस्तुति : संज्ञा टण्डन
नमस्कार दोस्तों, ’एक गीत सौ अफ़साने’ की एक और कड़ी के साथ हम फिर हाज़िर हैं। फ़िल्म-संगीत की रचना प्रक्रिया और विभिन्न पहलुओं से सम्बन्धित रोचक प्रसंगों, दिलचस्प क़िस्सों और यादगार घटनाओं को समेटता है ’रेडियो प्लेबैक इण्डिया’ का यह साप्ताहिक स्तम्भ। विश्वसनीय सूत्रों से प्राप्त जानकारियों और हमारे शोधकार्ताओं के निरन्तर खोज-बीन से इकट्ठा किए तथ्यों से परिपूर्ण है ’एक गीत सौ अफ़साने’ की यह श्रॄंखला। आज के अंक के लिए हमने चुना है वर्ष1979 की मशहूर फ़िल्म ’सरगम’ का गीत "डफ़ली वाले, डफ़ली बजा"। लता मंगेशकर और मोहम्मद रफ़ी की आवाज़ें, आनन्द बक्शी के बोल, और लक्ष्मीकान्त-प्यारेलाल का संगीत। शुरू-शुरू में क्यों नहीं पसन्द आया था फ़िल्म के निर्माता और निर्देशक को यह गीत? गीत रेकॉर्ड होने के बाद फ़िल्मांकन का क्या मसला था? किस तरह की अप्रत्याशित सफलता इस गीत को मिली? इस गीत के बनने के दस साल बाद ऐसा ही एक और कौन सा गीत बना जिसमें ॠषि कपूर डफ़ली बजाते देखे गए? ये सब, आज के अंक में।