“जब से तूने बंसी बजायी रे...."

Ek Geet Sau Afsane

11-04-2022 • 15 mins

आलेख : सुजॉय चटर्जी

स्वर :  वर्षा रावल

प्रस्तुति : संज्ञा टण्डन

नमस्कार दोस्तों, ’एक गीत सौ अफ़साने’ की एक और कड़ी के साथ हम फिर हाज़िर हैं। फ़िल्म-संगीत की रचना प्रक्रिया और विभिन्न पहलुओं से सम्बन्धित रोचक प्रसंगों, दिलचस्प क़िस्सों और यादगार घटनाओं को समेटता है ’रेडियो प्लेबैक इण्डिया’ का यह साप्ताहिक स्तम्भ। विश्वसनीय सूत्रों से प्राप्त जानकारियों और हमारे शोधकार्ताओं के निरन्तर खोज-बीन से इकट्ठा किए तथ्यों से परिपूर्ण है ’एक गीत सौ अफ़साने’ की यह श्रॄंखला। आज के अंक के लिए हमने चुना है वर्ष 1974 की फ़िल्म ’आरोप’ का गीत "जब से तूने बंसी बजायी रे"। लक्ष्मी शंकर की आवाज़, माया गोविन्द का गीत, और भूपेन हज़ारिका का संगीत। माया गोविन्द के साथ श्रीकृष्ण भक्ति-श्रॄंगार का कैसा नाता रहा है जो इस गीत में भी साफ़ झलकता है? कृष्ण-भक्ति से संबन्धित किस बात पर अचला नागर जी ने माया जी की चुटकी ली थी? किस जानीमानी बांग्ला अभिनेत्री पर यह गीत फ़िल्माया गया है? इस गीत की मूल धुन किस गीत से प्रेरित है? ये सब, आज के अंक में।