“करोगे याद तो हर बात याद आयेगी...."

Ek Geet Sau Afsane

29-06-2022 • 11 mins

आलेख : सुजॉय चटर्जी

स्वर व प्रस्तुति : संज्ञा टण्डन

नमस्कार दोस्तों, ’एक गीत सौ अफ़साने’ की एक और कड़ी के साथ हम फिर हाज़िर हैं। फ़िल्म-संगीत की रचना प्रक्रिया और विभिन्न पहलुओं से सम्बन्धित रोचक प्रसंगों, दिलचस्प क़िस्सों और यादगार घटनाओं को समेटता है ’रेडियो प्लेबैक इण्डिया’ का यह साप्ताहिक स्तम्भ। विश्वसनीय सूत्रों से प्राप्त जानकारियों और हमारे शोधकार्ताओं के निरन्तर खोज-बीन से इकट्ठा किए तथ्यों से परिपूर्ण है ’एक गीत सौ अफ़साने’ की यह श्रॄंखला। आज के अंक के लिए हमने चुना है वर्ष1982 की चर्चित फ़िल्म ’बाज़ार’ का गीत "करोगे याद तो हर बात याद आयेगी"। भूपेन्द्र की आवाज़, बशर नवाज़ के बोल, और ख़य्याम का संगीत। फ़िल्म ’बाज़ार’ के गीतों के लिए ख़य्याम साहब को क्या सूझा? फ़िल्म’बाज़ार’ के लिए बशर नवाज़ की लिखी यह ग़ज़ल उनका बेमिसाल होना कैसे साबित करती है? और किन किन फ़िल्मों में गाने लिखे बशर साहब ने? फ़िल्म ’शंकर ख़ान’ के लिए उनका लिखा गीत अनोखा क्यों है? ये सब और बशर नवाज़ से सम्बन्धित और भी रोचक जानकारियाँ, आज के अंक में।