यह कहानी है कपूर इंडुस्ट्रीज़ के मालिक अहम कपूर और बस्ती में रहने वाली गीत की। जहाँ अहम को लड़कियों से सख़्त नफ़रत हैं, वो उनसे कोसो दूरी बनाए रखता हैं, वहीं गीत लड़कियों के हित के लिए बेबाक़ी से आवाज़ उठाती है, उनके हक़ के लिए लड़ती हैं। अहम जहाँ अपने मान- सम्मान के लिए किसी भी हद तक जा सकता हैं, वहीं गीत भी अपने स्वाभिमान की रक्षा के लिए किसी से भी टक्कर ले सकती हैं।एक ग़लतफ़हमी से अहम और गीत की मुलाक़ात होती हैं, जहाँ गीत एक ज़ोरदार तमाचा अहम के चेहरे पर जड़ देती हैं और सिलसिला शुरू होता है दोनो के बीच तकरार का। जहाँ दोनो एक दूसरे से विपरीत विचारों के हैं क्या ऐसे में ये दोनो कभी एक मंज़िल तक पहुँचेंगे, क्या तकरार से शुरू हुई इस कहानी में प्यार की कोई गुंजाइश होगी ?लम्बा चलने वाला यह तकरार का सिलसिला क्या उनके बीच प्यार का बीज बो पाएगा ? क्या गीत, अहम का लड़कियों के प्रति नजरिया बदल पाएगी ? क्या होगा दोनों के बीच के तकरार का अंजाम ? जानने के लिए सुनें “प्यार या तकरार” सिर्फ और सिर्फ प्रतिलिपि एफफम पर।