Evil Eye Scary Stories in Hindi

Evil Eye Scary Stories in Hindi

Do you like listening to horror stories? Do you believe that the best time to watch a scary film is at night? Is it your life-long dream to befriend ghosts? If yes, then we have something just right for you! where we bring you the best of scary stories about popular horror legends, creepiest chudails and bhoots and the most haunted places across the world. So, click on the play button and enjoy some spine-chilling scary stories in Hindi. read less
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RAKT PISHACH 2 | सच्ची कहानी | Bhoot | Horror story | Evil Eye | Horror Cartoon | Horror Podcast
09-11-2022
RAKT PISHACH 2 | सच्ची कहानी | Bhoot | Horror story | Evil Eye | Horror Cartoon | Horror Podcast
बादल रितिका के साथ अपनी नजदीकी बढ़ाने लगा। कभी वह साथ खाना खाने जाते, तो कभी घुमणे! जल्द ही रितिका को बादल पर पूरी तरीके से यकीन हो चुका था और रितिका ने फैसला कर लिया था कि वह अपने घर वालों से बादल को मिल वायेगी।  लेकिन रितिका का ex-boyfriend अनुज, जिसे रितिका और बादल कि नजदीकी बिल्कुल अच्छी नहीं लग रही थी। वह किसी भी हालत में रितिका को वापस पाना चाहता था। रितिका ने उसके बुरी आदतों की वजह से ही उसे छोड़ा था और अब अनुज को लग रहा था कि वह कैसे भी करके रितिका और बादल का रिश्ता तुड़वा दे।  एक शाम बादल रितिका से मिलकर लौट रहा था और अनुज अपने एक दोस्त के साथ बादल का पीछा करने लगा ताकि वह अकेले में बादल को डरा धमका सके। अनुज बादल का पीछा करते-करते जंगल वाले रास्ते में आ चुका था। बादल उसी विशाल बरगद के पेड़ के पास जाकर रुका और अपने साथियों को आवाज देने लगा। जल्दी ही कई काले साये वहां मौजूद हो गए।
RAKT PISHACH | रक्त पिशाच | सच्ची कहानी | Bhoot | Horror story | Evil Eye | Horror Cartoon | Horror
04-11-2022
RAKT PISHACH | रक्त पिशाच | सच्ची कहानी | Bhoot | Horror story | Evil Eye | Horror Cartoon | Horror
रात के 11:00 बजे थे और रितिका अकेली सुनसान सड़क पर चलती जा रही थी। उसके दोनों तरफ दूर-दूर तक जंगल फैले हुए थे। रितिका बार-बार पीछे भी पलट कर देख थी और फिर चलती जाती।  रितिका - आज इतनी देर हो गई कि मुझे ऑटो तक नहीं मिला। एक तो पूरा दिन, ऑफिस में बॉस ने खराब कर दिया। अलारेडि सर दर्द कर रहा है और अब पैर भी दर्द करने लगे। कुछ कदम चलने के बाद रितिका - अरे हां याद आया! राहुल कह रहा था यहां आगे कोई बरगद का पेड़ है वहां से शॉर्टकट है जो सीधा हमारी कॉलोनी के पीछे वाली गली में निकलता है। मैं एक काम करती हूं शॉर्टकट ले लेती हूं जल्दी पहुंच जाऊंगी वरना तो मैं अगली सुबह ही घर पहुंच पाऊंगी। कुछ आगे जाकर ही रितिका को बहुत ही बड़ा और घना बरगद का पेड़ दिखा और उसे देखकर रितिका खुशी से बोली  रितिका - बस यही से जाना है।
Diary | डायरी l Evil Eye Horror Story l Hindi Horror Story l Real Horror l Bhoot Ghoost | podcast
20-10-2022
Diary | डायरी l Evil Eye Horror Story l Hindi Horror Story l Real Horror l Bhoot Ghoost | podcast
रागिनी- आशीष जब से िए है ससर्फ उनकी डायरी ही मेरा  सहारा है |इसे पढ़ती ह  ूं तो लिता है कक िो मेरे आस-पास ही  है| क्यों चले िए म ुझे छोड़ कर? मााँ- रागिनी अपनी सोच से बाहर ननकलो इस डायरी में क ु छ नहीूं रिा है| तु म्हे अपने और अपने होने िाले बच्चे के बारे में सोचना चाहहए| मेरी मानो तो दस री शादी कर लो| रागिनी- नहीूं मेरे और मेरे बच्चे के सलए आशीष की यादें ही कार्ी है | मे दस री शादी के बारे में सोच भी नहीूं सकती| रागिनी- माूं मैंऑकर्स के सलए ननकल रही ह  ूं, म ुझे देर हो रही है |ऑकर्स के पहले हदन ही लेट नहीूं होना चाहती| माूं - यह लड़की भी ना हमेशा जल्दी में रहती है| 1 समनट  रुको तो सही, बोला ना तुझे दही शक्कर लेकर आ रही ह  ूं| दही शकर खिलाते हु ए माूं बोली माूं - बेस्ट ऑर् लक| रागिनी म ुस्क ु राते हु ए अपनी माूं के िले लि िई और बोली रागिनी - जजसके पास आप जैसी माूं हो उसका लक हमेशा ही  अच्छा होता है| माूं -ज्यादा मस्का मत लिा |हटर्न में तेरे पसूंद की प  री आल  रिे हैं|लूंच जरूर कर लेना िरना ऐसा ना हो काम की ध ु न में लूंच करना ही भ   ल जाए| रागिनी -माूं में कोई बच्ची नहीूं ह  ूं जजससे आप इतना समझा रही हो? माूं -बच्चे चाहे ककतने ही बड़े हो जाए माूं के सलए तो हमेशा  बच्चे ही रहते हैं|
Manmohini l Evil Eye l Suspense thriller horror story l Hindi stories l Hindi kahaniya
17-10-2022
Manmohini l Evil Eye l Suspense thriller horror story l Hindi stories l Hindi kahaniya
Narra (मयंक आधी रात के करीब अकेला अपने पुश्तैनी गाँव वन्श्वारा के बस अड्डे पर खड़ा था , ताकि कोई सवारी मिले तो गाँव तक जा सके लेकिन जब काफी देर तक कुछ नही मिला तो वो पैदल ही आगे बढ़ने लगा , तभी उसके मोबाइल की घंटी बजी और मयंक ने देखा उसकी दादी का कॉल था ) मयंक - हैल्लो दादी .. दादी - मयंक तूने मेरी बात ना मानते हुए वापस उस मनहूस जगह गया है जहाँ से हमारा परिवार सालो पहले मुंह मोड़ आया था , अब अगर उस श्रापित जमिन जायदाद की लालच तुझे वहां ले गयी है तो मेरी बात ध्यान से सुन , कहि भी रह लेना लेकिन अपने पुराने घर की तरफ मत जाना और 5 दिन बाद अमावश्या आने को है उस से पहले लौट आना ,,,,
PISACH KA SAAYA | सच्ची कहानी | Bhoot | Horror story | Evil Eye | Horror Cartoon | Animated Horror
17-10-2022
PISACH KA SAAYA | सच्ची कहानी | Bhoot | Horror story | Evil Eye | Horror Cartoon | Animated Horror
Narra(आधी रात के करीब शहर सेकु छ दू र बनेबडेसेश्मशान केदरवाजेपर एक चमचमाती हुई कार आकर रुकी और कार सेउतरा एक जवान लडका, जजसनेअपनेहुडी वालेजैके ट सेअपनेचेहरेको छु पा रखा था और वह चारोोंतरफ देखता हुआ शमशान की तरफ अपनेकदम बढानेलगा । वह बार-बार इधर उधर देखता जा रहा था शायद उसेरात केइस वक्त शमशान की मनहूजसयत सेडर लग रहा था ,अजीब अजीब सी आवाजेंचारोोंतरफ गूोंज रही थी और जदन मे हरेभरे जदखनेवालेपेड पौधेभी डरावनेलग रहेथे, ले जकन उस बीच मेंवह बडी जहम्मत करकेआगेबढता जा रहा था जैसेही वह शमशान केबीच पहुोंचा चारोोंतरफ जल रही जचताओोंकेबीच मेंउसनेएक ताोंजिक को बैठेदेखा जो मानव की खोपडी में बडेही आराम सेकु छ खा रहा था, यह देखकर वह लडका एक बार केजलए तो रुक गया ले जकन सेउसनेअपना हुड नीचेजकया और उसकी शक्लसामनेआई, यह लडका शहर केजानेमानेजबजनेसमैन सेठ राघव का सबसेछोटा बेटा जवक्रम था ले जकन भला एक जबजनेसमैन केबेटेको ऐसी जगह आनेकी क्या जरूरत पडी, ?