विशाल ने आज शाम नताशा को अपने दिल की बात कहने का पूरा प्लान बना लिया था, लेकिन जबये प्लान साकार होने को था, तभी नताशा को पता चला कि उसकी बहन दिया का कुछ पता नहीं चलरहा। नताशा का मन बुरे ख्यालों से घिर गया, क्योंकि आज सुबह ही उसने कुछ बच्चों के गायब होनेकी खबर पढ़ी थी, जो दिया के स्कूल के ही थे। इधर दिया रात के अँधेरे में, डुमना नेचर पार्क कीसुनसान सड़क पे परेशान सी चली जा रही थी। उसके हाथ में एक थैला था, जिससे अजीब सी रौशनीछन के बाहर आ रही थी। तभी अचानक एक पेड़ की खोह से, निकलते सैकड़ों चमगादड़ों ने दिया कोऐसे घेर लिया जैसे कि वो उसे नोच खाएंगे !! वहीं जबलपुर से कोसों दूर हम्पी शहर के जंगलों में एकतांत्रिक धुनि रमाये बैठा था और उसे इंतज़ार था तो एक मुखौटे का, जिसकी शक्तियां पाकर वो पूरीदुनिया पे राज करने का सपना देख रहा था !!क्या तांत्रिक को वो मुखौटा मिल पायेगा ?? क्या दिया, उन खतरनाक चमगादड़ों से बच पाएगी??क्या नताशा अपनी बहन का पता लगा पाएगी?? आखिर क्या है रहस्य मुखौटे का ?? जानने के लिएसुनिए रहस्यमयी मुखौटा ! read less