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Saurabh Dwivedi

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AFZAL GURU INTERVIEW PARLIAMENT ATTACK : जिसके लिए JNU में लगे देश विरोधी नारे| The Lallantop
Apr 12 2023
AFZAL GURU INTERVIEW PARLIAMENT ATTACK : जिसके लिए JNU में लगे देश विरोधी नारे| The Lallantop
संसद हमले के दोषी मोहम्मद अफजल गुरु को शनिवार को तिहाड़ जेल में फांसी दे दी गयी. जैश-ए-मोहम्मद के इस आतंकवादी को फांसी पर लटकाए जाने तक का पूरा घटनाक्रम इस प्रकार है: 13 दिसंबर 2001: पांच आतंकवादियों ने संसद परिसर में घुस कर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी. नौ लोग मारे गए और 15 से ज्यादा लोग घायल हुए थे. 15 दिसंबर 2001: दिल्ली पुलिस ने आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के एक सदस्य अफजल गुरु को जम्मू कश्मीर से पकड़ा. दिल्ली विश्वविद्यालय के जाकिर हुसैन कॉलेज के एसएआर गिलानी से पूछताछ की गयी और बाद में गिरफ्तार किया गया. इसके बाद दो अन्य- अफसान गुरु और उसके पति शौकत हुसैन गुरु को पकड़ा गया. 29 दिसंबर 2001: अफजल गुरु को 10 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया. 4 जून 2002: चार लोगों- अफजल गुरु, गिलानी, शौकत हुसैन गुरु, अफसान गुरु के खिलाफ आरोप तय. 18 दिसंबर 2002: एसएआर गिलानी, शौकत हुसैन गुरु और अफजल गुरु को मृत्युदंड जबकि अफसान गुरु को बरी किया गया. 30 अगस्त 2003: हमले का मुख्य आरोपी जैश-ए-मोहम्मद नेता गाजी बाबा श्रीनगर में बीएसएफ के साथ मुठभेड़ में मारा गया. 10 घंटे तक चली मुठभेड़ में उसके साथ ही तीन और आतंकवादी मारे गये.