नयनजोर के बाबुओं का ऐश्वर्य तो चला गया, पर उसके किस्से नहीं। कैलाश बाबू चाहे इनके आख़िरी वंशज ही सही , पर उनका इतना बड़बोलापन किसी को बहुत अखरता था। उसने कैलाश बाबू पर अपनी खीज कैसे निकाली? क्या उसकी योजना सफल रही? आख़िर में जीत किसकी हुई? Make a contribution to Support PKJ